चंद्रयान तृतीय (Chandrayaan-3)
Mission Chandrayaan-3
Power: Propulsion Module: 758 W
Lander Module: 738W, WS with Bias Rover: 50W
Rocket: LVM3 M4
चंद्रयान तृतीय के बारे में जानकारी
चंद्रयान-3 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा निर्मित और प्रबंधित एक अंतरिक्ष मिशन है। यह भारत का तीसरा चंद्रयान मिशन है, जो चंद्रमा की सतह पर वैज्ञानिक अनुसंधान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर अध्ययन करके उसके बारे में नई जानकारी प्राप्त करना है।
चंद्रयान-3 ने चंद्रयान-2 की पूर्णता करने का उद्देश्य रखा है, जो 2019 में लॉन्च किया गया था लेकिन उसका लैंडर विक्रम मुख्य उपग्रह के साथ संपर्क नहीं कर पाया था। चंद्रयान-3 में भारत द्वारा एक लैंडर और एक रोवर शामिल होने की योजना है, जो चंद्रमा की सतह पर उतरकर वैज्ञानिक और अंतरिक्ष जागरूकता के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे।
इस मिशन में चंद्रयान-3 एक ग्रहण उपग्रह के रूप में उपयोग किया जाएगा, जो चंद्रमा के साथ संपर्क स्थापित करेगा और उससे डेटा और जानकारी को संग्रहीत करेगा। चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर भूमि पर उतरेंगे और वैज्ञानिकों को मानव उपस्थिति के बिना चंद्रमा की सतह की जांच करने की सुविधा प्रदान करेंगे।
चंद्रयान-3 की योजना और तैयारी अभी जारी हैं और यह अनुमानित रूप से 2023 या 2024 में लॉन्च किया जा सकता है। इस मिशन के माध्यम से भारत अंतरिक्ष अनुसंधान में अपनी प्रगति को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है और चंद्रमा की सतह पर नई जानकारी प्राप्त करके वैज्ञानिकों की ज्ञानवर्धक योगदान करने की कोशिश कर रहा है।
बड़े ही गर्व का पल रहा (14 July 2023, 1435 Hrs) मेंने जब Count Down सुना तब मन में एक अज़ीब सी हलचल चल रहीं थीं और मैं बहुत ज़्यादा उत्सुक था कि कब Chandrayaan-3 आसमान में अपनी उड़ान भरे 😁
Rahul Kumar Prajapati
@ekaatvoice
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